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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कालयवन संज्ञा पुं॰ [सं॰] हरिवंश के अनुसार यवनों का एक राजा । विशेष—इसे गार्ग्य ऋषि ने मथुरावालों पर क्रुद्ध होकर उनसे बदला लेने के लिये गोपाली नाम की अप्सरा के गर्भ से उत्पन्न किया था । जरासंध के साथ इसने भी मथुरा पर चढ़ाई की थी । श्रीकृष्ण ने यह जानकर कि मथुरावालों के हाथ से यह नहीं मारा जायगा, एक चाल की कि उसके सेमने से भागकर वे एक गुफा में जाकर छिप रहे जिकमें मुचकुंद नामक राजा बहुत दिनों से सो रहे थे । जब कालयवन ने गुफा के भीतर जा मुचकुंद को लात से जगाया, तब उन्हीं की कोपदृष्टि से वह भस्म हो गया ।