प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कारक ^१ वि॰ [सं॰] [स्त्री॰ कारिका] करनेवाला । जैसे,—हानिकारक, सुखकारक । विशेष—इसका प्रयोग इस अर्थ में प्रायः यौगिक शब्दों के अंत में होता है ।

कारक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] व्याकरण में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा वाक्य में उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है । कारक छह हैं—कर्ता, कर्म करण, संप्र- दान, अपादन और अधिकरण ।