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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कातंत्र संज्ञा पुं॰ [सं॰ कातन्त्र] कलाप व्याकरण जिसे कुमार या कार्तिकेय की कृपा से सर्ववर्मा ने बनाया था ।