प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कहावत संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ √कह से]

१. बोलचाल में बहुत आनेवाला ऐसा बँधा वाक्य जिसमें कोई अनुभव की बात संक्षेप में और प्राय: अलंकृत भाषा में ही कही गई हो । कहनूत । लोकोक्तिं । मसल । जैसे,—ऊँची दूकान के फीके पकवान । क्रि॰ प्र॰— कहना ।—सुनना ।

२. कही हुईबात । उक्ति । उ॰—भरत कहावत कही सोहाई ।— तुलसी (शब्द॰) ।

३. वह सँदेशा या चिट्ठी जो किसी के मर जाने पर उसके घरवाले अपने इष्ट मित्रों या संबंधियों को इसलिये भेजते हैं कि वे लोग मृतककर्म में किसी नियत तिथि पर आकर संमिलित हों । क्रि॰ प्र॰— आना ।—भेजना ।