कसमस ^१ वि॰ [हिं॰ कस+ मस (अनुध्व॰)] कसा हुआ । कठोर । उ॰—खींचती उबहनी वह, बरबस चोली से उभर उभर कसमस खिंचते सग युग रसभरे कलश ।—ग्राम्या, पृ॰ १८ ।
कसमस ^२ संज्ञा पुं॰ स्त्री॰ दे॰ 'कसमसाहट' ।