कल्लर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनकल्लर ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰]
१. नोनी मिट्टी । क्रि॰ प्र॰— लगना ।
२. रेह । ऊसर । बंदर । उ॰— सैकड़ों क्लेशों के साथ एक एक पैसा इकट्टा करना और फिर विवाह के समय अंधे होकर कल्लर में बखेर देना ।— भाग्यवती (शब्द॰) ।
कल्लर ^२ वि॰ नमकीन । उ॰— के हल्लर फल्लर करै, पावै कल्लर राब ।— बाँकी ग्रं॰, भा॰
३. पृ॰ ८१ ।