प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कलाजंग संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कला + जंग] कुश्ती का एक पेंच । विशेष—इसमें विपक्षी के दाहिने पैतरे पर खड़े होने पर अपने बाएँ हाथ से नीचे से उसका दाहिना हाथ पकड़कर अपना बाँया घुटना जमीन पर टेकते हुए दाहिने हाथ से उसकी दाहिनी रान अंदर से पकड़ते हैं, और अपना सिर उसकी दाहिनी बगल में से निकालकर बाँएँ हाथ से उसका हाथ खींचते हुए दाहिने हाथ से उसकी रान उठाकर अपनी बाईँ तरफ गिराकर उसे चित कर देते हैं ।