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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कलत्र संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ कलत्रवान्, कलत्री]

१. स्त्री । पत्नी । उ॰—किसके माँ बाप और किसके पुत्र कलत्र, कोई किसी का नहीं ।—श्यामा॰, पृ॰ १२८ ।

२. नितंब ।

३. दुर्ग । किला ।

४. सात की संख्या का सूचक शब्द ।