प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कंबल संज्ञा पुं॰ [सं॰ कम्बल] [स्त्री॰ अल्पा॰ कमली]

१. ऊन का बना हुआ मोटा कपड़ा जिसे गरीब लोग ओढ़ते हैं । यह भेड़ों के ऊन का बनता है और इसे गड़ेरिए बुनते हैं । उ॰— पहिरण ओढ़ण कबला साठे पुरिसे नीर ।—ढोला॰ दू॰ ६६२ ।

२. एक कीड़ा जो बरसात में दिखाई देता है और उसके ऊपर काले रोएँ होते हैं । कमला ।

३. जलप्रवाह ।—अनेकार्थ॰, पृ॰ ६१९ ।

४. सास्ना । ललरी (को॰) ।

५. एक प्रकार का हिरन (को॰) ।

६. भीत । दीवार (को॰) ।

७. जल । पानी (को॰) ।