प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

कदन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मरण । विनाश ।

२. युद्ध । संग्राम । जैसे, कदनप्रिय ।

३. हिंसा । पाप ।

३. दःख । उ॰—कदन विदन अकदन तुदा गहन वृजन क्लेश आहि । दुःख जनि दे अब दे बैठी कत अनखाहि ।—नददास (शब्द॰) ।

५. मारनेवाला । घातक ।म विशेष—इस अर्थ में यह यौगिक या समस्त पद के अंत आता है । जैसे,—मदनकदन कंसकदन ।

६. छुरिका । छुरी (को॰) ।