कड़कड़ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] १. दो वस्तुओं के आघात का कठोर शब्द । घोर शब्द । जैसे, —ताशे या बादल की गरज का । २. कड़ी वस्तु के टूटने या फूटने का शब्द । जैसे, —वह हड्डी को कड़कड़ चबा गया ।