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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कज्ज पु अव्य॰ [सं॰ कार्य, प्रा॰ कज्ज] लिये । वास्ते । निमित्त । उ॰—(क) विष से विषयन को तजियै तौ डूबन ही के कज्ज ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰२, पृ॰ ५५१ । (ख) जब चालय प्रिथि- जरा नृप, महुबे कज्ज रिसाय ।—प॰ रा॰, पृ॰ ५० ।