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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कंदमूल संज्ञा पुं॰ [सं॰ कन्दमूल]

१. कंद और मूल ।

२. तौन चार हाथ ऊँचा एक पौधा । विशेष—इसका पत्ता सेमल के पत्ते सा होता है । इसकी जडी़ मोटी, लंबी और गूदेदार होती है । इसकी डालियाँ जमीन में लगती हैं । नैपाल की तराई में पहाडों के किनारे यह बहत मिलता है । लकडी पोली और निकम्मी होती है । जड़ को लोग उबालकर या तरकारी बनाकर खाते हैं ।