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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

कंठला ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कंठ + ला (प्रत्य॰)]

१. गले में पहनने का बच्चों का एक गहना । कठुला । विशेष—नजरबट्ट, बाघ का नख, दो चार तावीज आदि को तागे में गूथकर बालकों को उनके रक्षार्थ पहनाते हैं ।

२. घेरा डालना । घेरा । उ॰—ऊड़छा उप्परि कंठला करि षराभष्षुरि अख्खुरे ।—पृ॰ रा॰ ४ ।१४ ।

कंठला ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कंठला] बेत की बनी डलिया [को॰] ।