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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

और्व संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बड़वानल ।

२. नोनी मिट्टी का नमक ।

३. पौराणिक भूगोल का दक्षिण भाग जहाँ संपूर्ण नरक है और दैत्य रहते हैं ।

४. पंच प्रवर मुनियों में से एक ।

२. भृगुवंशीय ऋषि ।

और्व ^२ वि॰

१. उरु अर्थात् जाँघ से उत्पन्न ।

३. उर्वी अर्थात् पृथिवी संबंधी ।

३. और्व ऋषि से संबंद्ध [को॰] ।