औंदाना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ उद्वेजन] ऊबना । व्याकुल होना । दम घटने के कारण घबराना । उ॰—ब्रह्मा गुरु सुर असुर के संधिक विष नहिं जान । मरैं सकल औंदाइ कै संधिक विष करि पान ।—कबीर (शब्द॰) ।