औछाह † संज्ञा पुं॰ [सं॰ उत्साह, प्रा॰ उच्छाह] दे॰ 'उछाह' । उ॰—भावसिंघ सबल का मांडण सवाई । औछाह सी लागै जाकूँ साह की लड़ाई ।—रा॰ रू॰, पृ॰ १२२ ।