औंगा पु † वि॰ [सं॰ अवाक् या गुङ्ग] [स्त्री॰ औंगी] १. मूक । मूँगा । २. न बोलनेवाला । चुप्पा । उ॰—सुनि खग कहत अंब औंगी रहि सुमुझि प्रेम पथ न्यारो । गए ते प्रभु पहुँचाइ फिरै पुनि करत करम गुन गारी ।—तुलसी (शब्द॰) ।