औंठ ^१पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ ओष्ठं] दे॰ 'औंठ' । उ॰—हसति कहति बात, फूल से झरत जात औंठ अवदात राती देख मन मौहिये ।—केशव ग्रं॰ स भा॰ १, पृ॰ १४९ ।