ओठ ^१ † संज्ञा पुं॰ [सं॰ ओष्ठ, प्रा॰ ओट्ठ] दे॰ 'ओठ' । उ॰—मुझे प्यास लगी थी, ओठ चाटने लगी । —कंकाल, पृ॰ २१३ ।
ओठ ^२ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ औंठ] वह खेत जो परती छोड़ते है । उ॰—सिमटा पानी खेतों का, ओठ पर चले हल ।—अपरा, पृ॰ १६५ ।