ओंझल † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'ओझल' । उ॰—देवनंदन ने देखा, इतनी बातों के कहने पीछे वह जोत फिर ओंझल हो गई । —ठेठ॰, पृ॰ ८१ ।