प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ओगरना ^२ † क्रि॰ अ॰ [सं॰ अवगरण] पानी या और किसी तरल वस्तु का धीरे धीरे टपकना या निकलना । निचुड़ना । रसना ।

ओगरना ^२ क्रि॰ स॰ निकलना । बाहर करना । प्रकट करना । उ॰—सत्त सब्द कै नेजा बाँध्यो ओगरत नाम अगारी हो ।—गुलाल॰, पृ॰ २६ ।