ऐंठमेंठ पु † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ऐंठना] घुमाव । मरोड़ । वक्रता । तिरछापन । उ॰—तनु ऐंठिमेंठि भौहैं कि बाल । मूरछयौ मेन जग वही ब्याल ।—पृ॰ रा॰, १४ ।२९ ।