ऐंठ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ऐंठन] १. अहंकार की चेष्टा । अकड़ । ठसक । २. गर्व । घमंड । उ॰—पर आशा की और कहाँ तक ऐंठ सहूं मैं ।—साकेत, पृ॰, ४०१ ।