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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

एह ^१ पु सर्व॰ [सं॰ एषः, अप॰ एह] यह । उ॰—स्वारथ परमारथ रहित सीताराम सनेह । तुलसी सो फल चारि को फल हमार मत एह ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ९१ ।

एह ^२ वि॰ यह ।