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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

एकांती संज्ञा पुं॰ [सं॰एकान्तिन्] एक प्रकार का भक्त जो भगवत्प्रेम को अपने अंतःकरण में रखता है, प्रकट नहीं करता फिरता ।