एकांगदर्शिता संज्ञा स्त्री॰ (सं॰ एकाङ्गदर्शिता] किसी एक ही पक्ष पर ध्यान देने की वृत्ति । एकतरफा देखना । दृष्टि सकीर्णता । उ॰—'इसी प्रकार की एकांगदर्शिता के कारण कवि के कर्मक्षेत्र से सहृदयता धक्के देकर निकाल दी गई । —रस॰, पृ॰, १०३ ।