एकरंग वि॰ [हिं॰ एक+रंग] १. एक रंगढंग का । समान । २. जिसका भीतर बाहर एक हो । जो बाहर से भी वही कहता या करता हो जो उसके मन में हो । कपटशून्य । साफ दिल । ३. जो चारो ओर एक सा हो । जैसे—'दो- रंगी छोड़ दे एकरंग हो जा ।'