एकमत्त पु वि॰ [सं॰ एकमात्र; प्रा॰ एकमत्त] एकमात्रिक । उ॰— एकमत्त लहु भनि गुरु को दुमत्त गनि याहीं से उदाहरन हेरि लै हृदय जाँचि ।—भिखारी॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १६७ ।