एकपलिया (मकान) संज्ञा पुं॰ [हिं॰ एक+पल्ला+इया (प्रत्य॰)] वह मकान जिसमें बँड़ेर नहीं लगाई जाती बल्कि लंबाई की दोनों आमने सामने की दीवारों पर लकड़ियाँ रखकर छाजन की जाती है । छाजन की ढाल ठीक रखने के लिये एक ओर की दीवार ऊँची कर दी जाती है ।