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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

एकंत पु वि॰ [सं॰ एकान्त] जहाँ कोई न हो । एकांत । निराला । सूना । जैसे—एकांत स्थान में मैं तुमसे कुछ कहुँगा । उ॰— आइ गयो मतिराम तहाँ घर जानि एकंत अनंद से चंचल ।—मतिराम (शब्द॰) ।