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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

एकदिशा परिमाणातिक्रमण संज्ञा पुं॰ [सं॰] जैनशास्त्रानुसार दिशा संबंधी बाँधे नियम का उल्लंघन करना । विशेष—प्रत्येक श्रावक का यह कर्तव्य है कि वह नित्य यह नियम कर लिया करे कि आज मैं अमुक दिशा में इतनी इतनी दूर से अधिक न जाऊँगा । जैसे किसी श्रावक ने यह निश्चय किया कि आज मैं १ कोस पूरब, १ १/२ कोस पच्छि म और १/२ कोस उत्तर तथा १/२ कोस दक्षिण दाऊँगा । यहि वह किसी दिशा में निर्धारित नियम के विरुद्ध अधिक चला जाय और अपने मन में यह समझ ले कि मैं अमुक दिशा में नहीं गया उसके बदले इसी ओर अधिक चला गया तो वह एकदिशा परीमाणातिक्रमण का नाम अतिचार हुआ ।