एकजाई वि॰ [फा॰ यक+जा=जगह, स्थान+हिं॰ ई (प्रत्य॰)] एक स्थान में सीमित । एक जगह का । उ॰—अरे एकजाई तूँ तो हाजिर रहता है हर जा ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ५६१ ।