एंजिन संज्ञा पुं॰ [अं॰] दे॰ 'इंजन' । उ॰—पुतलीघर में एंजिन चलाते हुए देशी साहब की अपेक्षा खेत में हल चालते हुए किसान में अधिक स्वाभाविक आक्रषण हैं । —राम॰, पृ॰ १४६ ।