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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ऊषा संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. प्रभात । सबेरा ।

२. अरूणोदय । पौ फटने की लाली ।

३. वाणासुर की कन्या जो अनिरूद्ध को व्याही गई थी ।