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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ऊवाबाई पु † अव्य॰ [देश॰] ऊटपटाँग । व्यर्थ । उ॰—ऊपर तेरे पहिचानै, ऊवाबाई जगतहिं जानै ।—सुंदर ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २१९ ।