ऊरे पु † वि॰ [हिं॰ ओर] इधर । पहले । उ॰—अब श्री गुसाँई की सेवकिनी एक ब्राह्मनी, उज्जैन ते चार कोस ऊरे में एक ग्राम है ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १, पृ॰ ३१३ ।