ऊकठना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ उत्त+कर्ष; हिं॰ कढ़ना] बाहर निकलना । उ॰—उत्तर आज स वज्जियउ ऊकठियइ केकाँण कामणि । काँमकमेड़ि, ज्यऊँ हइ लागउ सींचाण ।—ढोला॰, दु॰ २९७ ।