प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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उसास संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ उ+सास (सं॰ श्वांस)]

१. लंबी साँस । ऊपर को चढती हुई साँस । उ॰— (क) विथुरयो जावक सौति वग, निरखि हँसी गही गाँस । सलज हँसौंही लखि लियो, आधी हँसी उसास ।—बिहारी (शब्द॰) । (ख) अजब जोगिनी सी सबै, झुकी परत चहुँ पास । करिहैं काय प्रवेश जनु, सब मिलि ऐंचि उसास । — (शब्द॰) ।

२. साँस । श्वास । उ॰— पल न चलैं जकि सी रही, थकि सी रही उसास । अब ही तन रितयों कहा, मन पठयो केहि पास ।—बिहारी (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰— छोडना ।—भरना ।—लेना ।

३. दुःखसूचक या शोकसूचक श्वास । ठंढी साँस ।