प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

उपासन संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ उपासी, उपासित, उपासनीय, उपास्य़]

१. पास बैठना ।

२. सेवा में उपस्थित रहना । सेवा करना । पूजा करना । आराधना करना ।

३. अभ्यास के लिये बाण चलाना । तीरंदाजी । शराभ्यास ।

४. गार्हपत्या । अग्नि ।