हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

उपस्कर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. हिसा कंरना । चोट पहुँचाना ।

२. दाल या तरकारी में ड़ालने का मसाला ।

३. घर का सामान या सजावट की सामग्री ।

४. वस्त्राभूशणादि ।

४. जीवननिर्वाह के लिये आवश्य़क पदार्थ । रसद या सामान (को॰) ।