उपसंहार
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनउपसंहार संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. हरण । परिहार
२. समाप्ति । खातमा । जैसे—गुरु जी कृपाकर हमारे भ्रम का उपसंहार किजिए ।
३. किसी पुस्तक का अंतिम प्रकरण । किसी पुस्तक के अंत का अध्याय जिसमें उसका उद्देश संक्षेप में बतलाया गया हो ।
४. सारांश । निचोड़ ।
५. किसी दाँवपेंच या हथियार की रोक । संहार ।
६. किसी पुस्तक या लेख का अंतिम अंश (को॰) ।
७. विनाश । ध्वंस । नाश (को॰) ।
८. समाप्ति । अंत (को॰) ।