प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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उपपति संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह पुरुष जिससे कोई दूसरे को ब्याही हुई स्त्री प्रेम करे । जारे । यार । आशना ।