उपद्रव
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनउपद्रव संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ उपद्रवी]
१. उत्पात । आकस्मिक बाधा । हलचल । विप्लव ।
२. ऊधम । दंगा । फसाद । गड़बड़ । क्रि॰ प्र॰—उठाना ।—करना ।—खड़ा करना ।—मचाना ।
३. किसी प्रधान रोग के बीच में होनेवाले दूसरे विकार या पीड़ाएँ जैसे,—ज्वर में प्यास सिर की पीड़ा आदि । जैसे,— यह दवा दो, दाह, आदि सब उपद्रव शांत हो जायँगे ।