प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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उद्वह ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] (स्त्री॰ उद्वहा)

१. पुत्र । बेटा । यौ॰—रघूद्वह ।

२. सात वायुओं में से एक जो तृतीय स्कंध पर है ।

३. उदान वायु जिसका स्थान कंठ में माना गया है । वि॰ दे॰ 'उदान' ।

४. ब्याह । विवाह ।

५. अग्नि की एक जिह्वा (को॰) ।

६. परिवार या घर का प्रधान व्यक्ति (को॰) ।

उद्वह ^२ वि॰

१. ले जानेवाला ।

२. निरंतर चालू रहनेवाला । [को॰] ।