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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

उत्पवन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. साफ करना । पवित्र करना ।

२. शुद्ध या साफ करने का यंत्र ।

३. कुश द्वारा अग्नि पर घृत छिड़- कना [को॰] ।