उड़ाक † वि॰ [हिं॰ उड़+आक(प्रत्य॰), उड़+आका (प्रत्य॰)] १. उड़नेवाला । उड़ाकू । २. जिसमें उड़ने की योग्यता हो । जो उड़ सकता हो । उ॰—छपन छपा के रबि इव भा के दंड उतंग उड़ाँके । बिबिधि कता के, बँधे पताके, छुवैंजे रवि रथ चाके ।—रघुराज (शब्द॰) ।