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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

उचापत †, उचापति † संज्ञा पुं॰ [देश॰]

१. बनिए का हिसाब किताब । उठान । लेखा । उ॰—मूल दास सौं बहुत कृपाल । करै उचापति सौंपै माल—अर्ध॰, पृ॰ ।

२. जो चीज बनिए के यहैँ से उधार ली जाय ।