उगाहना
हिन्दी सम्पादन
प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
उगाहना क्रि॰ स॰ [सं॰ उदग्रहण, प्रा॰ उग्गाहण]
१. वसूल करना । बहुत से आदमियों से स्वीकृत नियमानुसार अलग अलग धन आदि लेकर इकट्ठा करना । उ॰— (क) वह चपरासी चंदा उगाहने गया है । (ख) लेखौ करि लीजै मन- मोहन दूध दही कछु खाहु । सदभाखन तुम्हरेहि मुखलायक, लीजै दान उगाहु ।—सूर॰, १० । १५९५ ।
२. चंदा करना । सार्वजनिक कार्य के लिये द्रव्य एकत्रित करना । संयो क्रि॰—डालना ।— देना ।—लेना ।