उकठा वि॰ [अव = बुरा + काष्ठ = लकड़ी] शुष्क । सूखा । सूखकर ऐंठा हुआ । उ॰—छोह ते पलुहहिं उकठे रूखा । कोह ते महि सायर सब सूखा । ।—जायसी (शब्द॰) । यौ॰—उकठा काठ । मुहा॰—अकठे काठ को हरा भरा बना देना = मरे हुए को जिला देना । मुर्दे को जिंदा कर देना ।